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easy TIPS & TRICKS by Brijesh Shahu

About Golden Tiger

 About Golden Tiger


 हाल ही में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (KNP) में एक दुर्लभ सुनहरे रंग के बाघ को देखा गया।




गोल्डन टाइगर के बारे में मुख्य तथ्य :

गोल्डन टाइगर (जिसे गोल्डन टैबी टाइगर के रूप में भी जाना जाता है) सफेद और काले बाघों की तरह एक अलग उप-प्रजाति नहीं, बल्कि सिर्फ दुर्लभ रंग-रूप की प्रजाति है।

वे वन और कैद (captive ) में भी साधारण रूप से दुर्लभ हैं।

KNP में देखे गए गोल्डन टाइगर बंगाल टाइगर का दुर्लभ रंग-रूप है जो "वाइडबैंड" नामक अप्रभावी जीन के कारण होता है।

यह जीन बालों के विकास चक्र के दौरान काले रंग के उत्पादन को प्रभावित करता है।

बाघ आमतौर पर तीन रंग का होता है: काला, नारंगी और सफेद। सुनहरे बाघ में काला रंग अनुपस्थित होता है और हल्का नारंगी रंग दिखाई देता है।

बाघ (Tiger) एक शक्तिशाली और बड़ा शेर है जो मानव समुदायों के बीच अत्यंत प्रसिद्ध है। यह एक निःश्वास करने वाला जीव है जो आमतौर पर एकमात्र जीवित बड़े बिलाव का राजा होता है।

ये कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं बाघ के बारे में :

  1. विवरण: बाघ एक शक्तिशाली और अधिकतर अकेला रहने वाला मांसाहारी प्राणी है। इसके पसीने का रंग पीला-सांवला होता है, और उसके ऊपर काली धारियों के स्ट्राइप होते हैं।


  2. विस्तार: बाघ प्रायः एशिया में पाया जाता है, लेकिन उनके अवसानीय आवास क्षेत्रों के कारण वे अब बहुत ही कम स्थानों पर उपलब्ध हैं। उनका मुख्य आवासीय क्षेत्र भारत, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और भारतीय उपमहाद्वीप है।


  3. आहार: बाघ मुख्य रूप से हरे जंगली वन्यजीवों का शिकार करता है, जैसे कि हिरण, नीलगाय, बाराहसिंह आदि।


  4. व्यवहार: बाघ रात के समय अधिक सक्रिय होते हैं और वे अकेले चारा ढूंढ़ने के लिए बाहर निकलते हैं। इसके अलावा, वे अपने क्षेत्र को मार्क करने के लिए मार्किंग और अन्य गतिविधियों का उपयोग करते हैं।


  5. संरक्षण की आवश्यकता: बाघ अब अत्यंत खतरे में हैं। उनकी विपदा के पीछे वन्यजीवों के लिए अधिक नकारात्मक मानसिकता, वन्यजीवों के लिए अधिक समाप्ति के निर्माण, और उनके आवासीय क्षेत्रों के उपयोग के लिए मानवों के साथ सहयोग की आवश्यकता है।

बाघ कई प्रकार के होते हैं, जिनमें सबसे प्रमुख पांच होते हैं। ये पांच प्रमुख प्रजातियां हैं:




  1. बंगाली बाघ (Bengal Tiger): यह बाघ भारत, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश में पाया जाता है। इसकी अधिकतर संख्या भारत में होती है।






  2. साइबेरियन बाघ (Siberian Tiger): यह बाघ रूस, चीन, और उसके पास के देशों में पाया जाता है। यह सबसे बड़ा बाघ है और ठंडी जलवायु के इलाकों में पाया जाता है।






  3. इंडोचाइनीज बाघ (Indochinese Tiger): इस प्रजाति का आवास थाईलैंड, मलेशिया, वियतनाम, लाओस, कम्बोडिया और म्यांमार में है।





  4. मलायन बाघ (Malayan Tiger): यह बाघ मलेशिया के पहलीजगह के जंगलों में पाया जाता है।





  5. शॉम्बर्गर बाघ (Sumatran Tiger): यह बाघ सुमात्रा द्वीप में निवास करता है और यह सबसे छोटा बाघ है।

ये पांच प्रमुख प्रजातियां बाघ के विभिन्न प्रकारों को संदर्भित करती हैं, प्रत्येक की अपनी विशेषताएं और आवास क्षेत्र होता है।

बाघों की मूल उत्पत्ति एशिया में होती है, और वे प्रायः अधिकतर एशियाई देशों में पाए जाते हैं।




काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (KNP)


काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भारत के असम राज्य में स्थित एक प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान है। यहां कुछ महत्वपूर्ण जानकारी है काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के बारे में:

  1. स्थापना: वर्ष 1908 में निर्मित काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (KNP) असम में है। इसे वर्ष 1974 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।

    वर्ष 1985 में इस पार्क को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था और वर्ष 2006 में इसे टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया था।

  2. स्थान: यह उद्यान भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में असम के गोलाघाट और नगाँव जिलों में स्थित है। यह ब्रह्मपुत्र नदी के बेंगाल की फ्लडप्लेन में फैला हुआ है।यह ब्रह्मपुत्र घाटी बाढ़ के मैदान में एकमात्र सबसे बड़ा अविभाजित और प्रतिनिधि क्षेत्र है।


  3. क्षेत्रफल: काजीरंगा का क्षेत्रफल लगभग ४३० वर्ग किलोमीटर (१६६ वर्ग मील) है।


  4. जैव विविधता: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के मुख्य आकर्षण में महान एक-सींग गेंडे, एशियाई हाथी, जंगली बफ़ालो, और रॉयल बंगाल टाइगर शामिल हैं। यह 2200 से अधिक भारतीय एक सींग वाले गैंडों का निवास स्थान है, जो उनकी संपूर्ण विश्व आबादी का लगभग 2/3 हिस्सा हैं।

    KNP में बाघ, हाथी, जंगली जल भैंस और भालू के साथ-साथ गंगा नदी डॉल्फ़िन सहित जलीय प्रजातियों सहित अन्य संकटग्रस्त प्रजातियाँ की महत्त्वपूर्ण आबादी है। प्रवासी पक्षियों के लिये यह एक महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है।

  5. आवास: यहां उंची हाथी घास, मरुस्थल, और घने वनस्पति वाले वन हैं।KNP में मुख्य रूप से चार प्रकार की वनस्पतियाँ पायी जाती हैं, जैसे- जलोढ़ जलमग्न घास के मैदान, जलोढ़ सवाना वन, उष्णकटिबंधीय नम मिश्रित पर्णपाती वन और उष्णकटिबंधीय अर्ध-सदाबहार वन।


  6. संरक्षण: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान अपने वन्यजीवन और आवास के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।


  7. पर्यटन: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय स्थल है।

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भारतीय वन्यजीवन के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और एक सफल संरक्षण केंद्र के रूप में माना जाता है।

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